कविता -  बंद दरवाजे  - मुकेश कुमार,

कविता -  बंद दरवाजे  - मुकेश कुमार,


                                   शोधार्थी (एम. फिल), हिन्दी विभाग, अम्बेडकर भवन हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय


बंद दरवाजे


 


दरवाजे की कुंडी पर


अभी अभी किसी ने चिट्ठी छोड़ी है


शायद मुझसे मिलने आया था कोई


दरवाजे में लगा ताला देखकर


लगता है वापस लौट गया !


                                                सम्पर्क : समरहिल, शिमला-१७१००५, हिमाचल प्रदेश मो. नं.: 8580715221