कविता - मेरी पत्नी की कवितायेँ - प्रमोद कुमार
मेरी पत्नी की कवितायेँ
मेरे पास एक ही मेज है
वह न किसी एकांत में है
न किसी तपोभूमि में
मेरे साथ बैठी मेरी पत्नी
उसी मेज पर सब्जियां काट रही है
एक ही सतह पर होने से
मेरी कविता उसकी सब्जी में
और उसकी सब्जी मेरी कविता में
मिल जा रही
मैं सबको बता देना चाहता हूँ कि
मेरी सारी कवितायेँ
मेरी पत्नी की कविताएं हैं.
प्रमोद कुमार,,ई 120, फर्टिलाइजर कालोनी,गोरखपुर 273007
मो न 9415313535